Saturday, November 21, 2009

क्या आतंकी घटना से कम

शिवसैनिकों ने आईबीएन-7 पर तोड़फोड़ की, यहां तक तो ठीक था। क्योंकि ये इनकी आदतों में शामिल हो गया है। लेकिन तोड़फोड़ के बाद शिवसेना ने इस हमले की जिम्मेदारी ली, ये खासबात है। ये कुछ ऐसा ही है जैसे कि किसी आतंकी घटना के बाद लश्करे तैयबा या कोई अन्य आंतकी संगठन लेते हैं। ऐसे में क्या ये सोचा जाए कि मुंबई को भारत से तोड़ने की नाकाम कोशिश की जा रही है या फिर एक समानांतर सरकार चलाने की कोशिश। बहरहाल जो भी हो चाहे टीवी चैनल के आफिस में हमला हो या फिर किसी अन्य प्रदेश के लोगों पर हमला। अब प्रतिक्रिया एक जैसी ही होनी चाहिए और सरकार का रवैया इनके साथ वैसे ही होना चाहिए जैसा किसी देशद्रोह के साथ किया जाता है।